जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने पोक्सो अधिनियम के तहत बाल यौन शोषण से संबंधित कानूनी सुरक्षा उपायों की जानकारी दी और बच्चों को जागरूक रहने तथा किसी भी प्रकार की घटना की तुरंत सूचना देने के लिए प्रेरित किया। साथ ही एसिड अटैक एवं अपहरण जैसे गंभीर अपराधों से बचाव हेतु सावधानियां भी बताई गईं। कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों को चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। बताया गया कि यह नंबर 24×7 निःशुल्क संचालित होता है, जिसके माध्यम से कोई भी बच्चा या व्यक्ति किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में सहायता प्राप्त कर सकता है।
इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी सह केन्द्र प्रशासक, सखी वन स्टॉप सेंटर साहेबगंज द्वारा महिला हेल्पलाइन 181/112 के बारे में भी जानकारी दी गई तथा महिलाओं की सुरक्षा एवं सहायता हेतु इन नंबरों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं, बालक-बालिकाओं, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों, जिला बाल संरक्षण इकाई एवं चाइल्ड हेल्पलाइन टीम साहेबगंज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। एवं सभी ने संकल्प लिया कि वे अपने समाज में बाल संरक्षण एवं बाल अधिकारों के संदेश को प्रसारित करेंगे और बच्चों के हित में कार्य करते रहेंगे।
अंत में विद्यार्थियों ने बाल अधिकार संरक्षण शपथ ली और यह संकल्प व्यक्त किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहेंगे तथा अन्य बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।बीबालक-बालिका हमारे समाज का भविष्य हैं। उन्हें सुरक्षित, शिक्षित एवं सशक्त बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी सह केन्द्र प्रशासक, सखी वन स्टॉप सेंटर साहेबगंज द्वारा महिला हेल्पलाइन 181/112 के बारे में भी जानकारी दी गई तथा महिलाओं की सुरक्षा एवं सहायता हेतु इन नंबरों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं, बालक-बालिकाओं, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों, जिला बाल संरक्षण इकाई एवं चाइल्ड हेल्पलाइन टीम साहेबगंज के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। एवं सभी ने संकल्प लिया कि वे अपने समाज में बाल संरक्षण एवं बाल अधिकारों के संदेश को प्रसारित करेंगे और बच्चों के हित में कार्य करते रहेंगे।
अंत में विद्यार्थियों ने बाल अधिकार संरक्षण शपथ ली और यह संकल्प व्यक्त किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहेंगे तथा अन्य बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।बीबालक-बालिका हमारे समाज का भविष्य हैं। उन्हें सुरक्षित, शिक्षित एवं सशक्त बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है।