मालदा रेल मंडल अंतर्गत कल्यानचक रेलवे स्टेशन के समीप एक बड़ा हादसा होने का मामला प्रकाश में आया है. मिली जानकारी के अनुसार कल्याणचक - तालझारी रेलवे स्टेशन के बीच कल्याणचक रेलवे स्टेशन के नजदीक पोल संख्या 198/38 के पास क्रॉसिंग लाइन के समीप बीच रेल पटरियों से छेड़छाड़ कर अज्ञात लोगों द्वारा पेन्ड्रॉल क्लीप खोला गया. यह बड़े रेल हादसे की साजिश या चोरी की नीयत है. यह आरपीएफ व रेलपुलिस की जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि किस वजह से इस प्रकार का घटना का अंजाम दिया गया है. करीब 25 से 30 पेन्ड्रॉल क्लिप खुला हुआ पाया गया. हालांकि कीमैन ने इस बड़ी घटना को अपनी सूझबूझ से टाल दिया. उस समय हावड़ा इंटरसिटी का समय था. जोकि दुर्घटना ग्रस्त होने से बाल बाल बच गया. यह ट्रेन करीब 50 मिनट तक रोक दी गई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह देर रात की बताई जा रही है. लेकिन सुबह कीमैन को पेन्ड्रॉल क्लिप पर नजर पड़ी तो उसके होश उड़ गए. सुबह करीब छह बजे लाइन पर ड्यूटी कर रहे कीमैन का उस समय होश उड़ गया, जब उसने देखा कि दूर तक रेल पटरी का पेंड्रोल क्लिप, जिसे रेल लाइन की चाबी भी कहा जाता है, वह खुला हुआ है. कीमैन ने तत्पर्यता दिखाते हुए तुरंत इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी. इसके बाद यह सुचना मंडल मुख्यालय पहुंचते ही हड़कम्प मच गया. इधर आरपीएफ बरहरवा इंस्पेक्टर राजीव कुमार, डीएससी असीम कुमार कुल्लू, आरपीएफ कमांडेंट गुलाम सरवर ने दल बल के साथ घटना स्थल पहुंचकर छानबीन में जुटी है.
अज्ञात चोरों द्वारा रेलवे पटरी से निकाली गई 25 से अधिक पेन्ड्रॉल क्लिप, बड़ी दुर्घटना से बाल बाल बचे
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अक्टूबर 22, 2025
मालदा रेल मंडल अंतर्गत कल्यानचक रेलवे स्टेशन के समीप एक बड़ा हादसा होने का मामला प्रकाश में आया है. मिली जानकारी के अनुसार कल्याणचक - तालझारी रेलवे स्टेशन के बीच कल्याणचक रेलवे स्टेशन के नजदीक पोल संख्या 198/38 के पास क्रॉसिंग लाइन के समीप बीच रेल पटरियों से छेड़छाड़ कर अज्ञात लोगों द्वारा पेन्ड्रॉल क्लीप खोला गया. यह बड़े रेल हादसे की साजिश या चोरी की नीयत है. यह आरपीएफ व रेलपुलिस की जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि किस वजह से इस प्रकार का घटना का अंजाम दिया गया है. करीब 25 से 30 पेन्ड्रॉल क्लिप खुला हुआ पाया गया. हालांकि कीमैन ने इस बड़ी घटना को अपनी सूझबूझ से टाल दिया. उस समय हावड़ा इंटरसिटी का समय था. जोकि दुर्घटना ग्रस्त होने से बाल बाल बच गया. यह ट्रेन करीब 50 मिनट तक रोक दी गई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह देर रात की बताई जा रही है. लेकिन सुबह कीमैन को पेन्ड्रॉल क्लिप पर नजर पड़ी तो उसके होश उड़ गए. सुबह करीब छह बजे लाइन पर ड्यूटी कर रहे कीमैन का उस समय होश उड़ गया, जब उसने देखा कि दूर तक रेल पटरी का पेंड्रोल क्लिप, जिसे रेल लाइन की चाबी भी कहा जाता है, वह खुला हुआ है. कीमैन ने तत्पर्यता दिखाते हुए तुरंत इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी. इसके बाद यह सुचना मंडल मुख्यालय पहुंचते ही हड़कम्प मच गया. इधर आरपीएफ बरहरवा इंस्पेक्टर राजीव कुमार, डीएससी असीम कुमार कुल्लू, आरपीएफ कमांडेंट गुलाम सरवर ने दल बल के साथ घटना स्थल पहुंचकर छानबीन में जुटी है.
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