बरहरवा आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार, हमराह सहायक उप निरीक्षक, बीएन टुडू , कांस्टेबल अनिल कुमार साह और कांस्टेबल एडी चौधरी के साथ बरहरवा रेलवे स्टेशन पर मानव तस्करी और अन्य असामाजिक तत्वों के खिलाफ जांच कर रहे थे। जांच के दौरान बुकिंग ऑफिस के नजदीक पहुंचे तो देखा कि दो नाबालिग लड़के संदेहास्पद में खड़ी है। संदेह होने पर उनके पास जाकर जब उनसे पूछताछ किया गया तो वे घबरा गए। और झूठ बोलने लगे कि वे ऐसे ही घूमने आए है। जब कड़ाई से पूछा गया तो दोनों ने बताया कि वे जुड़वा भाई है और दोनों की उम्र 15 साल है और पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला अंतर्गत थाना मुरारोई थाना के रहने वाले है। और माता के डांटने पर वे दोनों घर से भाग कर बरहड़वा स्टेशन आ गए। और यहां से आरा बिहार मजदूरी का काम करने जा रहे थे। क्योंकि वहां उनके गांव के लोग रहते है।
उनकी गतिविधियों से संतुष्ट न होने के कारण नाबालिक बच्चों को आरपीएफ/पोस्ट/बरहरवा लाया गया और मामले की सूचना बाल संरक्षण मंथन बरहरवा (साहिबगंज) को दी गई। किशोर से उनके घर का मोबाइल नंबर लेकर उनके माता पिता को सूचित किया गया है। एवं कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उक्त किशोर को बाल संरक्षण मंथन संस्था बरहरवा की अनुराधा मंडल को सौंप दिया गया।

