खेल से तन मन अनुशासन चरित्र व्यक्तित्व का विकास:डॉ रणजीत कुo सिंह

aaryawart duniya
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राजमहल शुक्रवार को मॉडल कॉलेज और क्रीड़ा भारती के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर खेल व स्वस्थ विषय पर विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने की. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को राष्ट्रीय खेल दिवस के महत्व से अवगत कराना और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की प्रेरणादायक जीवनी से परिचित कराना था. कार्यक्रम का शुभारंभ मेजर ध्यानचंद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया. हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. अमित कुमार ने मेजर ध्यानचंद के जीवन एवं संघर्षों पर प्रकाश डाला, जबकि जय सोनी ने उनके खेल जीवन की उपलब्धियों का विस्तार से वर्णन किया. छात्र शिव चंद्र मंडल ने अपने विचार रखते हुए ओलंपिक खेलों में ध्यानचंद के अद्वितीय प्रदर्शन को रेखांकित किया. डॉ. सिंह ने कहा कि मेजर ध्यानचंद का जीवन हमें कठिन परिस्थितियों में भी हार न मानने की सीख देता है. उन्होंने विद्यार्थियों से प्रतिदिन कम से कम एक खेल को एक घंटा अपनाने का आह्वान किया और विशेष रूप से लड़कियों छात्राओं से आग्रह किया कि वे अपने स्वास्थ्य और व्यक्तित्व विकास के लिए खेलों को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएँ. वही संचालन कर रहे डॉ. रमजान अली ने कहा कि मेजर ध्यानचंद की स्मृति में खेल दिवस मनाना एक सार्थक पहल है, जो हमें खेल को जीवन का आवश्यक अंग बनाने की प्रेरणा देती है. अंत में हॉकी के जादूगर की स्मृति में पांच पौधे लगाए गए तथा स्वस्थ शरीर और स्वच्छ पर्यावरण का संकल्प लिया गया.

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