साहिबगंज जिले के तीन होनहार छात्रों ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) रांची द्वारा इंटरमीडिएट (आर्ट्स) रिजल्ट 2025 में राज्य स्तर में प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान एवं दसवीं स्थान लाकर कर जिला का नाम रोशन किया है। जिससे परिजनों के साथ-साथ पूरे जिले का नाम रोशन किया है। इससे आज पूरे जिला ग्रंभित महसूस कर रहा है। मिली जानकारी के अनुसार राजमहल प्लस टू जेके हाई स्कूल के ही तीनों छात्रों हैं। जिसमें प्रखंड क्षेत्र के दरला पंचायत निवासी संजय तिवारी के पुत्र देव तिवारी राज्य स्तर में 481 अंक लाकर पहला स्थान प्राप्त किया है। एवं प्रखंड क्षेत्र के खुटहरी पंचायत निवासी सुनील कुमार दास के पुत्र सूरज कुमार दास राज्य स्तर में 466 अंक लाकर तीसरा स्थान प्राप्त किया है। वही प्रखंड क्षेत्र के सैदपुर पंचायत निवासी शिबू प्रमाणिक के पुत्री तृषा प्रमाणिक राज्य स्तर में 457 अंक लाकर दसवीं स्थान प्राप्त किया है।
कौन है छात्र देव तिवारी राज्य में आया प्रथम स्थान:-
राजमहल प्लस टू जेके उच्च विद्यालय के छात्र देव तिवारी, पिता संजय तिवारी, माता तनुश्री तिवारी ग्राम मानिकपुर बसियाचक, पंचायत दरला, प्रखंड राजमहल का निवासी है। देव तिवारी दो भाई बहन हैं जिसमें वह बरा है। बहन जूही तिवारी तीनपहाड़ हाई स्कूल में पढ़ाई कर रही है। उनका माता गृहस्थी का काम करता है एवं पिता पूजा पाठ करते हैं। देव तिवारी बचपन से ही काफी मेहनत करते हैं पढ़ाई में और काफी सरल स्वाभाव का है। इस दौरान देव तिवारी ने बताया कि आज इस खुशी का दिन जो हमने राज्य के प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसका पूरा श्रेय हमारे माता-पिता हमारे गुरुजन प्रवीण कुमार सिंह, डॉक्टर अभिजीत कुमार सहित अन्य शिक्षकों का काफी श्रेणियां है। काफी अपने जीवन में संघर्ष करना पड़ता अपने घर से तीनपहाड़ जाता था और उसके बाद ट्रेन के माध्यम से राजमहल स्कूल पहुंचते था कभी ट्रेन खुल जाने के बाद हमें ऑटो एवं टोटो के माध्यम से स्कूल पहुंचते थे. और सबसे अहम बात यह है कि हमारे मित्र सूरज कुमार दास ने राज्य स्तर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। उनका भी काफी योगदान है मेरे ऊपर ताकि हम दोनों ही एक साथ पढ़ाई करते हैं और एक दूसरे से हमेशा पढ़ाई को लेकर डिस्कस करते रहते थे. मैं आगे संस्कृत का प्रोफेसर बनना चाहता हूं ताकि मैं हमारे जैसा और भी अनेकों छात्रों को पढ़ा सकू।
कौन है छात्र सूरज कुमार दास राज्य में आया तीसरा स्थान:-
राजमहल प्लस टू जेके उच्च विद्यालय के छात्र सूरज कुमार दास, पिता सुनील कुमार दास, माता प्रियंका देवी, ग्राम गोसाई गांव, खुटहरी पंचायत, राजमहल प्रखंड का निवासी है। सूरज कुमार दास तीन भाइयों में वह बड़ा है। उससे छोटा दो भाई नीरज दास व देवराज दास विद्यालय में पढ़ाई कर रहा है। माता गृहस्थी का कार्य करता है एवं पिताजी मजदूरी करता है। सूरज कुमार दास काफी सरल स्वभाव के हैं। एवं प्रत्येक दिन अपने घर से टोटो, ऑटो या फिर कभी साइकिल से स्कूल आना जाना करते थे। बचपन से ही अपने दादाजी के मार्गदर्शन में चलते थे और उनके दादा सेवानिवृत शिक्षक स्वर्गीय भगवत प्रसाद दास था। जिनके मार्गदर्शन में ही हमेशा आना जाना एवं बड़ों के आदर सम्मान के साथ चलना सीखा है। सूरज कुमार दास का बचपन से ही दादा के मार्ग में चलने का प्रयास करते रहे उनके जीवन में उनके दादाजी का कई कविताएं शरण लिया है। सूरज कुमार दास ने बताया कि आज काफी गौरव की बात है जो राज्य स्तर में हमारे मित्र देव तिवारी प्रथम और मैं तीसरे स्थान पर आया हूं हम दोनों एक ही ट्यूशन में पढ़ते हैं और एक ही स्कूल में पढ़ाई करते हैं और हम लोग प्रत्येक दिन एक दूसरे के संपर्क में बात करते रहते हैं। और सभी पढ़ाई के विषय में फोन के माध्यम से डिस्कस करते रहते थे। आज इस खुशी का दिन में जो भी हमने पाया है इसका सारा श्रेय हमारे ऊपर जो भी अच्छे सोचने वाले हमसे बड़े लोग यह सारा श्रेय उनको जाता है। हमारे माता-पिता को जाता है, हमारे गुरुजन को जाता है. और सबसे अधिक श्रेय हमारे स्वर्गीय दादीजी को जाता है। आज उनकी प्रेरणा पर ही हम यहां पहुंचे। मैं सीजीएल, यूपीएससी के माध्यम से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में जाना चाहता हूं।
कौन है छात्रा तृषा प्रमाणिक राज्य में आया दसवें स्थान:-
राजमहल प्लस टू जेके उच्च विद्यालय के छात्रा तृषा प्रमाणिक, पिता शिबू प्रमाणिक, माता सोनाली प्रमाणिक, ग्राम डेरगामा, सैदपुर पंचायत राजमहल प्रखंड का निवासी है। भाई बहन में तृषा प्रमाणिक छोटा है बड़ा भाई शुभंकर प्रमाणिक पढ़ाई कर रहा है। माता गृहस्ती का काम करता है एवं पिताजी पारा शिक्षक है। तृषा प्रमाणिक परिवार में काफी सरल स्वभाव के हैं। तृषा प्रमाणिक ने बताया कि आज इस खुशी के दिन में राज्य स्तर में दसवीं स्थान प्राप्त किया हूं। इसका पूरा श्रेय मेरे पिताजी, मेरे माता, मेरे शिक्षक गण एवं सबसे ज्यादा मेरे बड़े भाई शुभंकर प्रमाणिक को जाता है। मैं आगे बढ़कर जज बनना चाहता हूं ताकि हमेशा समाज को न्याय दे सकू।
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