उपायुक्त हेमंत सती एवं पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह ने किया उद्घाटन
साहिबगंज जिले के बरहेट प्रखंड स्थित +2 राज्य संपोषित दामिन उच्च विद्यालय परिसर में सोमवार को दस दिवसीय मेगा मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का शुभारंभ किया गया। इस विशेष शिविर का उद्घाटन जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त हेमंत सती एवं पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काट कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। इस शिविर का आयोजन जिला प्रशासन साहिबगंज, स्वास्थ्य विभाग एवं चेन्नई स्थित शंकर नेत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। जिसमें नि:शुल्क नेत्र जाँच और मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा दी जा रही हैं ।
इस अवसर पर उपायुक्त हेमंत सती ने कहा कि यह विशेष शिविर जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो आंखों की समस्याओं से जूझ रहे हैं। लेकिन संसाधनों के अभाव में उपचार नहीं करवा पा रहे हैं। नेत्र स्वास्थ्य हमारे जीवन की गुणवत्ता से जुड़ा हुआ विषय है। और प्रशासन का प्रयास है कि जरूरतमंदों तक यह सेवा निःशुल्क और सुलभ रूप में पहुँचे। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस अवसर से न चूकें और अनिवार्य रूप से आंखों की जांच कराएं। एवं चिकित्सकों, तकनीकी स्टाफ एवं स्वयंसेवकों को सम्मानित करते हुए कहा कि इस तरह के शिविर ग्रामीण जनजीवन को बदलने की क्षमता रखते हैं। प्रशासन का लक्ष्य है कि जिले के हर नागरिक तक बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचे और सभी लोग स्वस्थ और सक्षम जीवन जी सकें।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह ने कहा कि अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग यह जान ही नहीं पाते कि उनकी आंखों में समस्या है। यह शिविर ऐसे लोगों के लिए वरदान साबित हो सकता है। समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इस शिविर की जानकारी अपने आसपास के लोगों को देनी चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें।
शिविर की विस्तृत जानकारी देते हुए सिविल सर्जन प्रवीण कुमार संथालिया ने बताया कि देश के अग्रणी नेत्र चिकित्सा संस्थानों में से एक शंकर नेत्रालय, चेन्नई की विशेषज्ञ टीम इस शिविर में मौजूद है। उन्होंने बताया कि नेत्र जांच की प्रक्रिया 16 जून से 22 जून 2025 तक प्रतिदिन प्रातः 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलेगी। इसके पश्चात 20 जून से 24 जून 2025 के बीच मोतियाबिंद ऑपरेशन किए जाएंगे। समस्त प्रक्रिया पूर्णतः नि:शुल्क है, जिसमें ऑपरेशन, दवाएं एवं देखभाल की सुविधाएं शामिल हैं।
मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद चोपड़ा, सामाजिक संस्था बॉक्सा ट्रस्ट के संस्थापक सहित अनेक स्वास्थ्यकर्मी, स्वयंसेवी व आमजन उपस्थित थे। बॉक्सा ट्रस्ट के प्रतिनिधियों ने बताया कि वे गांव-गांव जाकर प्रचार कर रहे हैं और लोगों को शिविर तक लाने में सहायता कर रहे हैं। एवं शिविर के पहले ही दिन 200 लोगों ने अपनी नेत्र जांच करवाई और कई लाभार्थियों ने भविष्य में ऑपरेशन के लिए पंजीकरण भी करवाया। स्थानीय निवासी जो पिछले एक वर्ष से आंखों की समस्या से परेशान थे। उनलोगों ने बताया कि हमें लगा था कि ऑपरेशन के लिए शहर जाना पड़ेगा, लेकिन अब डॉक्टर खुद गांव आ गए हैं। यह हमारे लिए बहुत बड़ी राहत है। शिविर स्थल पर जिला प्रशासन द्वारा पेयजल, साफ-सफाई, बैठने की समुचित व्यवस्था की गई है। सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस बल की तैनाती की गई है।
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