राजमहल अनुमंडल अंतर्गत तालझारी वन क्षेत्र के कचौड़ी मुंडी पहाड़ गांव के बीच सड़क से 21 बोटा सिमल के लकड़ी लदा पिकअप वैन को वन विभाग ने जप्त किया है। जानकारी के अनुसार शनिवार रात्रि को वन विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि भारी मात्रा में एक पिकअप वैन से सिमल का लकड़ी वन माफियाओं द्वारा ले जाया जाएगा। सूचना मिलते ही विभाग के पदाधिकारी व वन कर्मी का कान खड़ा हो गया। वन माफिया मदनशाही गांव निवासी मुस्तफा को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया। वन विभाग के इस छापेमारी के बाद वन माफियाओं में हड़कंप मची है।
एक वन माफिया गिरफ्तार:-
इस संबंध में वन क्षेत्र पदाधिकारी पंचम दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि गुप्त सूचना मिली की कचौड़ी मुंडी पहाड़ नामक गांव में जंगल से लकड़ी काट कर पिकअप वैन में लोड किया जा रहा है। जिसमें प्रभारी वन पाल राणा रंजीत, वन रक्षी पप्पू कुमार एवं प्रेम कुमार ने जंगल में जाकर देखा तो, कचौड़ी मुंडी पहाड़ गांव के रास्ते एक पिकअप वैन में लकड़ी लोड कर आ रहा था। वन कर्मियों ने गाड़ी रोकने को कहा तो वन कर्मियों को देखकर चालक आनन-फानन में गाड़ी को रोक दिया। अंधेरा का लाभ उठाकर चालक सहित तीन लोग वनकर्मियों को चकमा देकर भागने में सफल हो गया। परन्तु एक व्यक्ति गाड़ी से भाग नही पाया। पूछताछ में वन माफिया अपना नाम मुस्तफा अंसारी, घर मदनशाही बताया। जिसे वनकर्मियों ने हिरासत में लेकर वन कार्यालय तालझारी लाया। पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया।
पिकअप वैन में जप्त की गई सिमल के 21 बोटा लकड़ी का कीमत लगभग पचास हजार रूपया अनुमानित किया गया है। मुस्तफा अंसारी के नाम पहले भी कई मामला दर्ज है। इस केस में चार व्यक्ति पर वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। चालक सिहित तीन अन्य के तल्लास में वन विभाग छापेमारी कर रही है। छापेमारी दल में प्रभारी वन पाल राणा रंजीत, वन रक्षी पप्पू कुमार एवं प्रेम कुमार गुड्डू, रोहित सहित अन्य वन कर्मी शामिल थे।
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