शिक्षा व ज्ञान दीप से गरीबी उन्मूलन : डॉ रणजीत कुमार सिंह
राजमहल गरीबी उन्मूलन दिवस के अवसर पर मॉडल कॉलेज राजमहल के राष्ट्रीय सेवा योजना एनएसएस के स्वयंसेवियों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली के पूर्व वीर शहीद सिदो कान्हु मुर्मू के तस्वीर पर माल्यार्पण व राष्टीय गान से शुभारंभ किया गया। रैली का मुख्य उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों में गरीबी के उन्मूलन हेतु शिक्षा, स्वरोजगार और स्वदेशी सरकारी योजनाओं का लाभ अपनाने जैसे उपायों के प्रति जनजागरण फैलाना था। रैली का शुभारंभ कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में सैकड़ों स्वयंसेवी और छात्र-छात्राएँ फ्लश कार्ड, नारे लगाते हुए खैरबन्नी गांव की ओर रवाना हुए। गांव पहुँचकर स्थानीय ग्रामीणों से संवाद किया और उन्हें गरीबी उन्मूलन के विभिन्न उपायों जैसे शिक्षा का प्रसार, स्वरोजगार के अवसरों की खोज, स्थानीय संसाधनों का उपयोग, सरकारी सहायता योजनाओं का लाभ व स्वदेशी उत्पादों के प्रोत्साहन के महत्व के बारे में बताया। प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने ग्रामीणों से बातचीत के दौरान कहा कि गरीबी तभी दूर हो सकती है जब समाज का हर व्यक्ति शिक्षित, आत्मनिर्भर और जागरूक बने। उन्होंने ग्रामीण युवाओं से आत्मनिर्भर बनने, छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देने और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आग्रह किया। इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रमजान अली और डॉ. अमित कुमार ने भी ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा और कौशल विकास ही गरीबी उन्मूलन की सबसे बड़ी कुंजी है। उन्होंने बताया कि एनएसएस इकाई समय-समय पर समाज के उत्थान हेतु विभिन्न जनसेवी गतिविधियाँ संचालित करती रहती है।
कार्यक्रम में छात्रों को दीप देकर स्वदेशी दीप खरीद कर गरीब कारीगरों के घर में खुशियां का दीप हम जलाएं। रैली में एनएसएस स्वयंसेवियों के साथ-साथ अनेक छात्र-छात्राएँ और कॉलेज कर्मी भी शामिल हुए। रैली के दौरान शिक्षा है विकास की कुंजी, स्वरोजगार अपनाओ गरीबी हटाओ, स्वदेशी अपनाओ देश को बढ़ाओ जैसे नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा।
कार्यक्रम का समापन गांव में एक सामूहिक चर्चा के साथ हुआ, जिसमें छात्रों और ग्रामीणों ने मिलकर यह संकल्प लिया कि वे शिक्षा, कौशल और स्वदेशी उत्पादों के माध्यम से गरीबी मिटाने के अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएँगे। सक्रिय स्वंय सेवकों में
वृष्टि दास, दीप्ति दास, सहरबानु खातून, खुशबू कुमारी, कुतुबुद्दीन, मीठी कुमारी, सुनीता सोरेन, लक्ष्मी कुमारी, मम्पी कुमार, जिया कुमारी मंडल, सीमा कुमारी, मो फहरान शेख, रिषु प्रिया, खुशी कुमारी,
किरण माल्टो, रितु कुमारी, खुशबू बर्मन, बनफूल कुमार, सूजन कुमार साहा, डोली राजवंशी, अदोरी कुमारी, निशा कुमारी, ज्योति कुमारी, निशा कुमारी आदि उपस्थित थे।