राजमहल मॉडल कॉलेज में सोमवार को हिंदी पखवाड़ा 2025 के उपलक्ष्य में वैश्विक भाषा हिन्दी का विकास और संभावनाएं विषय पर एकदिवसीय संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया. इस दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं सिदो कान्हो मुर्मू की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया. एवं मुख्य अतिथि भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री बजरंगी प्रसाद यादव ने कहा कि हिंदी की वैश्विक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला. साथ ही जल, जंगल, जमीन संरक्षण और प्लास्टिक के सिंगल यूज पर प्रकाश डाला. कॉलेज के प्राचार्य डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि हिंदी केवल राष्ट्रीय एकता की भाषा नहीं, बल्कि विश्व पटल पर ज्ञान, साहित्य, तकनीक और व्यापार की भी एक सशक्त भाषा के रूप में स्थापित हो रही है. उन्होंने हिंदी के वैश्विक विकास की संभावनाओं पर विस्तार से अपने विचार साझा किए. इस अवसर पर आरण्यक काव्य मंच, साहिबगंज के प्रख्यात कविगणों विजय कुमार भारती कितना प्यारा सा अपना देश या भारत हमारा है. सभी मजहब के लोगों ने मिल इसे संवारा है के माध्यम से देश, समाज तथा भाषा पर अपनी व्यथा कही. शंभू नाथ यादव ने कहा कवि लिखो उजड़ते जंगल और झाड़ियां लिखो चीखती चिल्लाती, राजमहल की पहाड़ियां लिखो. अभय कुमार सिन्हा ने लोकतंत्र छुट्टी पर है कविता का पाठ कर मानवीय संवेदनाओं को सरकारी तंत्र के नजर अंदाज करने पर व्यंग्य किया. राजेन्द्र सिंह नमन ने भूगोल पर आधिपत्य की, होड़ यह कैसी लगी है. सृष्टि को निर्मूल करने जंग की ज्वाला जगी है के माध्यम से ओज की कविता सुनाई. प्रभाष अनिरुद्ध ने कहा यारो यह जश्न हर साल हुआ करता है, कुछ सब्जा कुछ लाल हुआ करता है. अभय कुमार ने कहा देखो पहाड़ नित हो रहा नंगा, धीरे धीरे लुप्त हो रही गंगा. अमन कुमार होली ने अंग्रेजी चाची, उर्दू मौसी और हिंदी माँ/ माँ है मेरी हिंदी, जिसने मुझे चलना सिखाया, ममता की छाँव में, हर शब्द नया बताया कविता के माध्यम से हिन्दी अंग्रेजी और उर्दू की प्रासंगिकता बताई तथा सपना चन्द्रा हिंदी एक सरिता है उसे बहने दीजिए, शब्द शब्द शहद है उसे घुलने दीजिए ने अपनी सुमधुर एवं विचारोत्तेजक कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. एवं अंत में पर्यावरण के संरक्षण के साथ-साथ हिंदी के वैश्विक प्रचार प्रसार और उसके दैनिक उपयोग का संकल्प लिया एवं महाविद्यालय प्रांगण में अतिथियों और छात्र छात्राओ द्वारा पौधारोपण भी किया गया.
वैश्विक भाषा हिन्दी का विकास और संभावनाएं विषय पर एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन
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सितंबर 15, 2025
राजमहल मॉडल कॉलेज में सोमवार को हिंदी पखवाड़ा 2025 के उपलक्ष्य में वैश्विक भाषा हिन्दी का विकास और संभावनाएं विषय पर एकदिवसीय संगोष्ठी का सफल आयोजन किया गया. इस दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं सिदो कान्हो मुर्मू की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया. एवं मुख्य अतिथि भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री बजरंगी प्रसाद यादव ने कहा कि हिंदी की वैश्विक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला. साथ ही जल, जंगल, जमीन संरक्षण और प्लास्टिक के सिंगल यूज पर प्रकाश डाला. कॉलेज के प्राचार्य डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि हिंदी केवल राष्ट्रीय एकता की भाषा नहीं, बल्कि विश्व पटल पर ज्ञान, साहित्य, तकनीक और व्यापार की भी एक सशक्त भाषा के रूप में स्थापित हो रही है. उन्होंने हिंदी के वैश्विक विकास की संभावनाओं पर विस्तार से अपने विचार साझा किए. इस अवसर पर आरण्यक काव्य मंच, साहिबगंज के प्रख्यात कविगणों विजय कुमार भारती कितना प्यारा सा अपना देश या भारत हमारा है. सभी मजहब के लोगों ने मिल इसे संवारा है के माध्यम से देश, समाज तथा भाषा पर अपनी व्यथा कही. शंभू नाथ यादव ने कहा कवि लिखो उजड़ते जंगल और झाड़ियां लिखो चीखती चिल्लाती, राजमहल की पहाड़ियां लिखो. अभय कुमार सिन्हा ने लोकतंत्र छुट्टी पर है कविता का पाठ कर मानवीय संवेदनाओं को सरकारी तंत्र के नजर अंदाज करने पर व्यंग्य किया. राजेन्द्र सिंह नमन ने भूगोल पर आधिपत्य की, होड़ यह कैसी लगी है. सृष्टि को निर्मूल करने जंग की ज्वाला जगी है के माध्यम से ओज की कविता सुनाई. प्रभाष अनिरुद्ध ने कहा यारो यह जश्न हर साल हुआ करता है, कुछ सब्जा कुछ लाल हुआ करता है. अभय कुमार ने कहा देखो पहाड़ नित हो रहा नंगा, धीरे धीरे लुप्त हो रही गंगा. अमन कुमार होली ने अंग्रेजी चाची, उर्दू मौसी और हिंदी माँ/ माँ है मेरी हिंदी, जिसने मुझे चलना सिखाया, ममता की छाँव में, हर शब्द नया बताया कविता के माध्यम से हिन्दी अंग्रेजी और उर्दू की प्रासंगिकता बताई तथा सपना चन्द्रा हिंदी एक सरिता है उसे बहने दीजिए, शब्द शब्द शहद है उसे घुलने दीजिए ने अपनी सुमधुर एवं विचारोत्तेजक कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. एवं अंत में पर्यावरण के संरक्षण के साथ-साथ हिंदी के वैश्विक प्रचार प्रसार और उसके दैनिक उपयोग का संकल्प लिया एवं महाविद्यालय प्रांगण में अतिथियों और छात्र छात्राओ द्वारा पौधारोपण भी किया गया.
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