कश्यप मेमोरियल एवं जिला स्वास्थ्य समिति की सकारात्मक पहल, सर्वाइकल कैंसर के स्क्रीनिंग से लाभान्वित हुई है ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं:विधायक
झारखंड के साहिबगंज जिले में मेगा सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन अभियान एवं नेत्र जांच शिविर साहिबगंज उपायुक्त हेमंत सती एवं कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल के सौजन्य से एकदिवसीय कार्यक्रम महिलाओं के लिए सर्वाइकल कैंसर जांच एवं सभी के लिए नेत्र जांच शिविर का आयोजन गुरुवार को राजमहल अनुमंडलीय अस्पताल में किया गया है. इस दौरान साहिबगंज उपायुक्त हेमंत सती, साहिबगंज पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह, राजमहल विधायक मोहम्मद ताजुद्दीन उर्फ एमटी राजा, पूर्व राष्ट्रीय सह अध्यक्षा एवं प्रदेश अध्यक्षा वूमेन डॉक्टर विंग आईएमए झारखंड कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर भारती कश्यप, सिविल सर्जन डॉक्टर रामदेव पासवान, अनुमंडल पदाधिकारी सदानंद महतो, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विमलेश कुमार त्रिपाठी, उपाधीक्षक डॉ उदय कुमार टुडू के संयुक्त में पौधा में पानी देकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. एवं सभी अतिथियों का पौधा एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. ज्ञात हो कि वूमेन डॉक्टर विंग पिछले 12 वर्षों से झारखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य अभियान चला रही है. इसका उद्देश्य पर्टिकुलरली वल्नरेबल ट्राइबल ग्रुप्स (पीवीटीजी) और अन्य वंचित समुदायों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुँचाना है.
वूमेन डॉक्टर विंग (आईएमए झारखंड) की अध्यक्ष, डॉ. भारती कश्यप ने कहीं कि स्वास्थ्य सुविधा से वंचित स्थानीय लोग, जिनमें दृष्टि खो रहे छोटे बच्चे भी शामिल हैं, हमारी प्राथमिकता हैं. हम उन तक पहुँचने का प्रयास कर रहे हैं. क्योंकि वे हम तक नहीं पहुँच पाते. दृष्टि सुरक्षा अभियान के तहत अभी तक हम लोगों ने सरकारी स्कूलों में पढने वाले 20 लाख बच्चों की आँखों का जाँच किया है. और जरुरत मंद बच्चों को चश्मा एवं ऑपरेशन कर उन्हें वापस स्कूल भेजा है. आज हम यहां पर मोतियाबिंद, कॉर्निया की खराबी या रेटिना की समस्या से पीड़ित मरीजों की पहचान कर रहे है और इन्हें रांची स्थित एनएबीएच की मान्यता प्राप्त कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल में निःशुल्क ऑपरेशन की सुविधा दी जाएगी. इस मेगा महिला स्वास्थ्य अभियान के तहत, हम लोग जननांग सूजन से पीड़ित महिलाओं का दवा और डिजिटल वीडियो कॉल्पोस्कोप की सहायता क्रायो उपचार कर उनको चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करते हैं। झारखंड सरकार के साथ मिलकर 2021 में हमने झारखंड मॉडल बनाया था, जिसके तहत 5 लाख से अधिक महिलाओं की स्क्रीनिंग हो चुकी है. जरूरत मंदों का दवा से एवं क्रायो उपचार से इलाज किया है. एक साल में दो बार मेगा महिला स्वास्थ्य सुरक्षा एंड दृष्टि सुरक्षा कैंप का सफल आयोजन.1700 से अधिक महिलाओं का हुआ जांच. एवं जो भी मरीज का आंखों की सबसे अधिक प्रॉब्लम है उसे कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल में निशुल्क इलाज किया जाएगा.
राजमहल विधायक मो. ताजउद्दीन उर्फ एम.टी. राजा ने बताया कि आज राजमहल के अनुमंडलीय अस्पताल में आयोजित इस मेगा महिला स्वास्थ्य शिविर और दृष्टि सुरक्षा अभियान में आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है.वूमेन डॉक्टर विंग (आईएमए झारखंड) और जिला प्रशासन साहिबगंज द्वारा यह एक सराहनीय पहल है। इस तरह के कार्यक्रम से हमारे क्षेत्र के गरीब और वंचित लोगों को बहुत मदद मिलती है.मैं इस पहल के लिए वूमेन डॉक्टर्स विंग (आईएमए झारखंड) और जिला प्रशासन को धन्यवाद देता हूँ.आप सभी के सहयोग से ही इस तरह के आयोजन सफल हो पाते हैं.मेरी शुभकामनाएं हैं कि यह प्रयास भविष्य में भी जारी रहे ताकि राजमहल का कोई भी नागरिक स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित न रहे. कश्यप मेमोरियल एवं जिला स्वास्थ्य समिति की सकारात्मक पहल, सर्वाइकल कैंसर के स्क्रीनिंग से लाभान्वित हुई है ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं.
उपायुक्त हेमंत सती ने बताया कि आज साहिबगंज के राजमहल अनुमंडलीय अस्पताल में मेगा महिला स्वास्थ्य अभियान और दृष्टि सुरक्षा अभियान जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम के सफल आयोजन पर मुझे अत्यंत हर्ष हो रहा है.वूमेन डॉक्टर विंग (आईएमए झारखंड) और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से यह शिविर हमारे जिले के लोगों, विशेषकर ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले वंचित समुदायों तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम बना है.मेरा मानना है कि स्वास्थ्य सेवा केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए. इस शिविर ने यह साबित किया है कि हम सब मिलकर दूर-दराज के इलाकों में भी उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कर सकते हैं. यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि सार्वजनिक और निजी संगठनों के बीच सहयोग से समाज के हर वर्ग को लाभ पहुँचाया जा सकता है.
सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान ने बताया आज का यह शिविर ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.इस कार्यक्रम में मरीजों के लिए मौके पर ही आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा भी उपलब्ध थी, जिससे उन्हें भविष्य में भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सकेगा.


